punjabfly

Jun 21, 2017

Yoga Song Written by Santosh Choudhry Fazilka (Lachhman Dost Mob. No- 95309-98999)

योग

कंधों पर तू ले के, चल रहा है जिम्मेदारियां,
आशाएं पूरी कर रहा है तू घर की सारीयां।
अपना फर्ज निभाने में कहीं खुद को भूल न जाना,
स्वस्थ तन ही, स्वस्थ मन ही जिंदगी का खजाना।
हर मनुष्य के जीवन से दूर हो जाए रोग है,
स्वस्थ देश का देता है संदेश ये योग है।
योग है, योग है, योग है, ये योग है-2
योग है, योग है, योग है, ये योग है, यही योग है।

भाग दौड़ है जिंदगी में आराम कहां मिल पाता है,
काम का बोझ बढ़े जब जब, मानव मशीन बन जाता है।
दो पल बैठो, सुस्ता लो भई,
खाना वाना, तुम खा लो भई।
चेहरा ऐसे उतरा जैसे मन में सोग है।
हर मनुष्य के जीवन से दूर हो जाए रोग है,
स्वस्थ देश का देता है संदेश ये योग है।
योग है, योग है, योग है, ये योग है-2
योग है, योग है, योग है, ये योग है, यही योग है।

गर रहना है रिष्ट-पुष्ट तो योगासन कर प्यारे,
घर में खुशियां देखना कैसे महकेगी तुम्हारे।
योगासन के कितने फायदे,
पालन करने हैं कुछ कायदे।
कर के देखो, योग के क्या क्या उपयोग हैं।
हर मनुष्य के जीवन से दूर हो जाए रोग है,
स्वस्थ देश का देता है संदेश ये योग है।
योग है, योग है, योग है, ये योग है-2
योग है, योग है, योग है, ये योग है, यही योग है।
written by - Santosh Choudhry Fazilka

Share:

0 comments:

Post a Comment

Definition List

blogger/disqus/facebook

Unordered List

Support