-मांगों को ध्यानपूर्वक सुनने व जल्द हल करवाने के आश्वसन पर महासचिव डा. साहिल मित्तल ने जताया डायरेक्टर एवं रजिस्ट्रार का आभार
अबोहर। प्रदेश भर के नर्सिंग कालेजों को आ रही मुशिकलों को हल करवाने संबंधी गत दिवस नर्सिंग ट्रेनिंग इंस्टीच्यूटस एसोसिएशन के पदाधिकारियों की एक बैठक बाबा फरीद यूनिवर्सिटी हैल्थ साइंस के वीसी एवं पंजाब रिसर्च एंड मेडिकल एजूकेशन के डायरेक्टर डा. अवनीश कुमार से हुई। इस अवसर पर पंजाब नर्सिंस रजिस्ट्रेशन
कौसिंग के रजिस्ट्रार डा. पुनीत गिरधर भी मौजूद रहे। चंडीगढ़ में मेडिकल एजूकेशन भवन में आयोजित इस बैठक की जानकारी देते हुए पंजाब नर्सिंग ट्रेनिंग इंस्टीच्यूटस एसोसिएशन के महासचिव एंव मीरा ग्रुप आफ कालेजिज के डायरेक्टर डा. साहिल मित्तल ने बताया कि बैठक उनके अलावा एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. मनजीत सिंह ढिल्लों, सीनियर उपप्रधान डा. गुरदयाल सिंह बुट्टर, सचिव डा. सर्बजीत, कैशियर स. सुखविन्द्र सिंह, सीनियर सदस्य डा. बीएल बांसल, स. दमनप्रीत सिंह एवं डा. सुरेश बांसल भी मौजूद थे। एसोसिएशन के महासचिव डा. साहिल मित्तल ने बताया कि बैठक के दौरान एसोसिएशन के सदस्यों ने नर्सिंग कालेजों में आ रही परेशानियों संबंधी विस्तार से डायरेक्टर एवं रजिस्ट्राट को अवगत करवाया गया। डा. साहिल मित्तल ने बताया कि कुछ नर्सिंग कोर्सों के परीक्षाओं के परिणाम देरी से आने के कारण कुछ विद्यार्थी दूसरे राज्यों में से पंजाब में दाखिला लेने से वंचित न रहें, इस लिए विभिन्न कोर्सों की दाखिले की अंतिम तिथि बढ़ाई जाए, ताकि आगे कोर्स करने वाले विद्यार्थी परेशान ना हो। डा. मित्तल ने बताया कि कुछ कालेजों को इंडियन नर्सिंग कौंसिल दिल्ली द्वारा मंजूरी मिल चुकी हैं, परंतु पंजाब सरकार द्वारा अभी तक मंजूरी नहीं दी गई। उन्हें भी जल्द मंजूरी दी जाए ताकि वे भी इस वर्ष अपने कालेजों में दाखिला कर सके। बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के अंतर्गत नर्सिंग कालेजों भारी भरकम जुर्माना लगाया जाता है, जैसे की इंटरनल एग्जामीनर बदलने पर भारी जुर्माना लिया जाता है, जबकि दूसरी तरफ यूनिवर्सिटी द्वार ही चलाए जा रहे डैंटल एवं एमबीबीएस के कोर्सों पर फाईन नाम मात्र हैं। डा. मित्तल ने मांग की कि कालेजों को कम से कम लेट फीस लगाई जाए तांकि पहले से आर्थिक मंदी की मार झेल रहे कालेज संचालकों को राहत मिल सके। डा. साहिल मित्तल ने बताया कि बी.एससी नर्सिंग कोर्स की परीक्षा फीस भी कम की जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि चार वर्ष के इस कोर्स में पहले एक वर्ष में परीक्षा होती थी, जिसकी फीस प्रत्येक वर्ष में 3500 रुपय लगा करती थी, परंतु अब प्रत्येक वर्ष में दो सेमेस्टर कर दिए गए है और प्रत्येक सेमसेस्टर की फीस 3500 रुपए है। ये फीस कम की जाए। डा. साहिल मित्तल ने बताया कि सभी सदस्यों ने पंजाब सरकार द्वारा खोले जा रहे मोहल्ला क्लीनिकों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि नर्सिंग कालेजों द्वारा पहले भी सरकार द्वारा सभी तरह की सेहत योजनओं को कंधे से कंधा मिलाकर पुरा सहयोग करते रहे हैं और भविष्य में भी करते रहेंगे। डा. मित्तल ने कहा कि बैठक के दौरान दोनों ही अधिकारियों ने एसोसिएशन के शिष्टमंडल की बातों को ध्यानपूर्वक एवं बेहतर ढंग से सुना और साथ ही उनकी मांगों को जल्द ही प्रदेश के मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का आश्वसन देकर उन्हें हल करवाने का आश्वासन दिया।
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