सियासी कुश्ती में कईयों को मात देने वाले चौ. बलराम जाखड़ सियासत में बल सियासत में बल भावुकता भरे भाषण के जरिए लोगों को प्रभावित करने की कला में माहिर चौ. बलराम जाखड़ ने देश की सियासी कुश्ती में कईयों को मात दी। वह एक ऐसे सियासतदान हैं जो लोकसभा में लगातार दो बार स्पीकर रहे। युवावस्था में ही मतदाताओं की खुराक को समझने वाले चौ. जाखड़ ने 70 के दशक में राजनैतिक जीवन का आगाज किया। योंकि अबोहर में जनसंघ को लगातार दो बार जीत मिल चुकी थी। इसलिए कांग्रेस ने डॉ. बलराम जाखड़ को अबोहर से 1972 में चुनावी दंगल में खेलने का दांव लगाया। उन्हें 28517 मत मिले। जबकि विरोधी चौ. सत्यदेव को 13628 वोट मिले। वह 1973-77 डिप्टी मनीस्टर, को- ऑपरेशन, इरीग्रेशन एंव पावर पंजाब रहे। दूसरी बार फिर 1977 में उन्हें अबोहर विधानसभा सीट से विजय हासिल हुई। उन्हें 28823 और जनता पार्टी के सत्यदेव को 20364 वोट मिले। इस दौरान चौ. जाखड़ विपक्ष के नेता चुने गए। इसके बाद उन्होंने अबोहर की सियासी कमान अपने युवा बेटे सज्जन कुमार जाखड़ को सौंपी और खुद फिरोजपुर लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा। 18 जनवरी 1980 को हुए इन चुनावों में उन्हें 3,08,915 मत मिले। जबकि शिअद प्रत्याशी इकबाल सिंह 1,14,701 मत हासिल हुए। इस दौरान वह 22 जनवरी 1980 को लोकसभा के स्पीकर बने। आठवीं लोकसभा में भी उन्हें 16 जनवरी 1985 को पुन: स्पीकर चुना गया। 1980 से 89 तक लोकसभा अध्यक्ष रहे चौ. जाखड़ बिजरेस अडवाइजरी कमेटी, रूलस कमेटी, जनरल परपोज कमेटी, स्टैंडिंग कमेटी ऑफ दि कॉफ्रेंस ऑफ परेजाइडिंग अफिसर ऑफ लेगीस्लेटिव बॉडीज इन इंडिया के चेयरमैन रहे और इंडियन पार्लयमेंटरी ग्रुप, नेशनल ग्रुप ऑफ इंटर- पार्लयमेंटर यूनियन, इंडिया ब्रांच ऑफ दि कॉमनवेल्थ पार्लयमेंटरी एसोसिएशन के अध्यक्ष पद पर विराजमान रहे। 1990-92 तक ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव रहे चौ. जाखड़ 1991- 96 10वीं लोकसभा में सांसद चुने गए और कृषि मंत्री बने। 1992 में उन्हें कांग्रेस वर्किंग कमेटी का सदस्य बनाया गया और वह 1998 में 12वीं में वह फिर सांसद बने। इस दौरान वह कमेटी ऑन पेट्रोलियम एंव कैमिकल्स के चेयरमैन बने। 1998-99 विशेषाधिकार कमेटी, जनरल पर्पज कमेटी, और और मनिस्टरी ऑफ एग्रीकल्चर की सलाहकार कमेटी का सदस्य बनाया गया। इसके अलावा वह 30 जून, 2022 से 30 मई, 2009 तक मध्य प्रदेश के राज्यपाल के रूप में भी एक सफल कार्यकाल पूरा कर चुके हैं।
जीवन परिचय जन्म स्थान
गांव पंचकोसी जन्म: 23 अगस्त 1923
पिता: चौधरी राजा राम जाखड़
माता: पतो देवी
शादी - फरवरी 1937 रमेश्वरी देवी से
परिवार: तीन लडक़े दो लड़किया -बड़ा बेटा सज्जन जाखड़, पूर्व मंत्री पंजाब -सुनील जाखड़ पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान और पंजाब विधानसभा में पूर्व विरोधी दल के नेता है।
-सुरिन्द्र जाखड़ की 17 जनवरी 2011 को मौत हो गई थी।
शिक्षा: बीए (Hons.),,फॉरमैन क्रिश्चियन कॉलेज, लाहौर से संस्कृत की डिग्री (1945)
प्रभावकारी कदम
स्पीकर पद पर रहते हुए बलराम जाखड़ ने संसदीय कार्यों को कंप्यूटरीकृत और स्वचालित बनाने में विशेष योगदान दिया। उन्होंने संसदीय लाइब्रेरी, अध्ययन, संदर्भ आदि को प्रचारित करने जैसा प्रभावकारी कदम उठाया ताकि सांसदों के संसद संबंधी ज्ञानकोष को बढ़ावा दिया जा सके। इसके अलावा संसद अजायबघर की स्थापना भी बलराम जाखड़ का ही मु य योगदान है। डॉ. जाखड़ एशियाई मूल के पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें राष्ट्रमंडल सांसद कार्यकारी फोरम के सभापति के रूप में चयनित किया गया। उपाधियां वर्ष 1975 में राष्ट्रपित द्वारा उद्यान पंडित की उपाधी हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने डॉटर ऑफ साइंस की उपाधी गुरूकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार द्वारा विद्या मार्तंड की पदवी।
Ch. Bal Ram Jakhar in Fazilka
कलम में दम
पेशे से कृषक और बागवानी करने के शौकीन चौ. बलराम जाखड़ पीपुल, पार्लियामेंट और एडमिनिस्ट्रेशन नामक एक किताब लिख चुके हैं।
Lachhman Dost-99140-63937
great post
ReplyDelete