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Sep 6, 2018
आज के दिन शुरू हुआ था भारत पाक युद्ध 1965
Sep 4, 2018
Mr. SAVIKAR GANDHI - honored with the state level award
गावं मुहार जमशेर - पाक सिर्फ २०० मीटर दूर - दरिया में बाढ़ हो -
या भारत पाक में तनाव - अध्यापक स्वीकार गाँधी ने यह कभी कहा कि वो इस स्कूल में बच्चों को शिक्षा नहीं देंगे - तभी तो पंजाब सरकार उन्हें राज्य स्तरीय पुरस्कार से नवाज़ रही है -
हक़दार हो श्री स्वीकार गाँधी जी - बधाई हो -
The unique village of India - from three sides Pakistan and from Satluj River-
village Muhar Jamsher - Pak only on the fourth side - Pak is just 200 meters away -
floods in the rivers - or tension in India-Pak teacher -
Savikar Gandhi has ever said that he has children in this school In the meantime, the Punjab government has been honored with the state level award -Congrats Mr. Savikar Gandhi G (Lachhman Dost)
Before the settlement of Fazilka
-फाजिल्का बसने से पूर्व बहावलपुर और ममदोट के नवाबों ने यहां कुछ छोटे - छोटे किले बनवाए , मगर उन की सरहदें सही ढंग से नहीं थी जब वट्टु और बहक परगना का आगमन हुआ तो उन्होंने सरहदें निर्धारित कर ली,
- 1844 में ब्रिटिश अधिकारिओं ने बहावलपुर के नवाबों से जगह का आदान प्रदान कर लिया और इस के बदले नवाबों को सिंध प्रान्त से कुछ जगह दे दी
-नवंबर 1884 में जब सिरसा जिले के दो हिस्से हुए तब पच्छिम का आधा हिस्सा फाजिल्का तहसील का था और 40 गावं डबवाली तहसील के थे जो फिरोजपुर के साथ जोड़े गए.
Sep 3, 2018
-Guru Nanak Darbar New Abadi Islamabad Fazilka-
ਦਾਸਤਾਨ - ਭਾਰਤ ਵਿਭਾਜਨ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਇਸ ਜਗਾਹ ਤੇ ਮਸਜਿਦ ਸੀ, ਵਿਭਾਜਨ ਦੋਰਾਨ ਇਸਾਈ ਸਮੁਦਾਏ ਦੀ ਮਹਿਲਾ smt. ਮਰੀਅਮ (New Abadi Islamabad) ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਤੋਂ ਗੁਰੂ ਗ੍ਰੰਥ ਸਾਹਿਬ ਲੈ ਕੇ ਆਈ ਤੇ ਇਥੇ ਗੁਰੂਦੁਆਰਾ ਬਣਾ ਕੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਕਰ ਦਿਤਾ, ਅੱਜ ਸਭ ਧਰਮਾਂ ਦੇ ਲੋਗ ਇਥੇ ਸ਼ਰਧਾ ਨਾਲ ਸਿਰ ਝੁਕਾਉਂਦੇ ਹਨ
-Guru Nanak Darbar New Abadi Fazilka
Dastan- India Vibhajan se pehle yha Masjid thi. Vibhajan ke baad Isaee Samudaye ke Orat Smt. Mariam Pakistan se GURU GRANTH SAHIB le ker ayee or yaha GURU DUARA bna ker parkash kiya- ab log yha sradha se sir ukate hai.
Sep 2, 2018
Village Jandwala meera Sangla (Fazilka)
-photo 1930- right side Hagi bahawal khan Kuria zaildar-thx mahmood alam kuria |
Sep 1, 2018
Aug 31, 2018
Akbar Ali Pir became the first MLA in Fazilka
Bagh Ali Sukhera with his faimly |
इसके बाद जब भारत विभाजन हुआ तो फाजिल्का के प्रथम विधायक चौधरी वधावा राम बने।
Ch. Wadhawa Ram |
Aug 29, 2018
"Fazilka Heritage" Raghuwar Bhawan
आर्च कंट्रक्शन से सजे द्वार के ऊपर ओम रघुवर भवन लिखा गया है। इसके नीचे ठेकद्वार अंकित है। मुख्यद्वार के ऊपर हिन्दू देवता शिवजी का प्रतीक नाग अंकित किया गया है। जो हिन्दु वास्तुकला के घटकों का एकीकृत संयोजन है। यह हिन्दू मन्दिरों में भी पाया जाता है। मुख्यद्वार पर ही विजय और हर्ष का प्रतीक गुलाबी रंग के दो स्तंभ मुगलशैली की वास्तुकला को दिखाते हैं। सतम्भों पर बाहर से नजर आने वाली कलाकृति
मुगलकालीन भवन निर्माण कला और ब्रिटिश भवन निमार्ण कला के सुमेल को बड़े ही सुंदर रूप से दर्शाते हैं। इसके प्रवेशद्वार की एक मुख्य विशेषता यह है कि इसके स्तम्भों पर फूल और पत्तियां तराशी गई हैं। इसे तराशने वालों ने इतनी कुशलता से तराशा है कि मन प्रसन्न हो उठता है। भवन अपने आप में एक ऊंचे मंच पर बनाया गया है। इसकी नींव के प्रत्येक कोने से उठने वाली दीवारें भवन को पर्याप्त संतुलन देती हैं। गलियारे में दक्षिण की ओर शयन कक्ष है। शयन कक्ष के दाएं और बाएं के दो छोटे कमरे हैं। जिनके द्वार पूर्व और पश्चिम की तरफ खुलते है। भवन के केन्द्र में खुला हाल बनाया गया है। जहां सर्दी के मौसम से बचने के लिए चिमनी बनाई गई है। जहांं बैठकर आग का लुत्फ उठाया जाता है। चिमनी को इस ढ़ंग से बनाया गया है कि आग का धंूआ चिमनी के जरिए बाहर चला जाता है।
ब्रिटिश काल की तर्ज पर निर्मित इमारतों में ऐसी चिमनी मिल जाती है। उसके दोनो ओर दो कमरे हैं। जिनमें हाल से गेट द्वारा अंदर जाया जा सकता है। कमरे दिल्ली के लाल किले में निर्मित दीवाने-आम और दीवाने-खास की यादों को ताजा करते हैं। भवन के पीछे दक्षिण की तरफ तीन कमरे हैं। जिनका दरवाजा दक्षिण की तरफ है। कमरों की खासियत यह है कि सभी कमरों को गेट के द्वारा मुख्य हाल से जोड़ा गया है। इनके बीचो-बीच घुमावदार 22 सीढीयां बनाई गई हैं।
भवन निर्माण में बाखूबी दिखाने वाले कारीगरों ने भवन में ईंटों की चिनाई इंग्लिश और फलेमिश जोड़ से की है। भवन में गर्मी के मौसम दौरान ठंड और सर्दी के मौसम में गर्मी का अहसास होता हैे। भवन के कमरों में प्रकाश के लिए चारों दिशायों में रोशनदान लगाये गये हैं।
भारत-पाक विभाजन से पूर्व अंदाजन 20 एकड़ भूमि के विशाल आंगन में फैले इस भवन के चारों और बाग-बगीचा थे, जो भवन को आनंदमय बना देते थे। बाग के फूलों की महक, अनार, आम, अमरूद और मालटा की मिठास तथा हरियाली से वातावरण ही आन्नदमय होता था। रिमझिम बारिश के मौसम दौरान जब बागों में मोर नाचता तो मदमस्त मौसम का नजारा स्वर्ग बन जाता। कोयल की सुरीली आवाज और चिडिय़ों का चहचहाना कानों मेंं मीठे संगीत का अहसास दिलाते थे।
भवन के विशाल प्रांगण में फैले बाग के बीच दो कूएं थे। जिन्हें टिण्डा वाला कुआं के रूप में जाना जाता था। सेठ मुन्शी राम अग्रवाल का परिवार जब फाजिल्का में व्यापार के लिए
Aug 28, 2018
"Fazilka Heritage" Gol Kothi
Aug 27, 2018
Mubark begam Singer
कभी तनहाइयों में
हमारी याद आएगी
अंधेरे छा रहे होंगे
के बिजली कौंध जाएगी
कभी तनहाइयों में यूँ...
ये गीत 6० के दशक का मशहूर गीत है- जिसे गायका मुबारक बेगम ने आवाज़ दी थी - जो फाजिल्का में आई थी - उन्होंने फाजिल्का के घंटा घर पर प्रोग्राम पेश किया था - बात 66 से 73 के बीच की है - Lachhman Dost Fazilka
kabhi tanhayion me
hamaari yaad aaye gee
ye geet 60 ke dashak kaa parsidh song hai- jo singer Mubark Begam ne gaya tha- yahi geet isi singer ne Fazilka ke Clock Tower per gayaa tha -
Aug 25, 2018
जिन की बदौलत हम चैन से सोते हैं, उन जवानों की कलाई पर आज बहनों ने राखी सजाई
मगर जो भाई सरहदों की रक्षा में दिन रात जुटे रहते हैं, उनकी कलाई खाली न रह जाए,
Lachhman Dost - Krishan Taneja |